बंगाल ने सही रास्ता नहीं दिखाया तो भारत माफ नहीं करेगा, नीतीश के पाला बदलने पर राहुल गांधी का बयान…

बिहार के मुख्यमंत्री और जनता दल (यूनाइटेड) के प्रमुख नीतीश कुमार के पाला बदलकर एनडीए में जाने के कुछ घंटों बाद कांग्रेस समेत पूरा महागठबंधन उन पर बिगड़ा हुआ है लेकिन, अंदरखाने डर भी सता रहा है।

कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने रविवार शाम पूर्वी राज्य पश्चिम बंगाल में भारत जोड़ो न्याय यात्रा के दौरान लोगों को संबोधित करते हुए ममता बनर्जी से इशारों ही इशारों में अपील भी तो नीतीश पर भड़ास भी निकाली।

राहुल ने कहा कि अगर बंगाल ने देश को सही रास्ता नहीं दिखाया तो भारत उसे माफ नहीं करेगा।

राहुल गांधी ने भाजपा नीत केंद्र सरकार पर देशभर में नफरत और हिंसा फैलाने तथा गरीबों और युवाओं के हितों को नजरअंदाज करके बड़े कॉरपोरेट घरानों के लिए काम करने का भी आरोप लगाया।

उत्तर बंगाल के सिलीगुड़ी शहर में एक एसयूवी के ऊपर से भीड़ को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने यह बयान मुख्यमंत्री ममता बनर्जी द्वारा आगामी लोकसभा चुनावों के लिए उस ऐलान के बाद दिया है, जिसमें ममता ने कहा था कि पश्चिम बंगाल में उनकी पार्टी सभी सीटों पर अकेले ही चुनाव लड़ेगी।

दो दिन के ब्रेक के बाद बंगाल से भारत जोड़ो न्याय शुरू करते हुए राहुल गांधी ने कहा, “किसी अन्य राज्य ने मुझे उतना प्यार नहीं दिखाया जितना आपने दिया है।

बंगाल का मेरे दिल में एक विशेष स्थान है। यहां के लोगों ने अंग्रेजों से लड़ने का बीड़ा उठाया। यह आपका कर्तव्य है कि आप देश को रास्ता दिखाएं जैसा कि नेताजी सुभाष चंद्र बोस या विवेकानंद ने दिखाया था। अगर आप ऐसा नहीं करेंगे तो देश आपको माफ नहीं करेगा।”  

गिरगिट को कड़ी टक्कर दे रहे नीतीश कुमार
नीतीश कुमार को “गिरगिट” कहते हुए कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने रविवार को कहा कि नीतीश कुमार रंग बदलने में गिरगिट को भी कड़ी टक्कर दे रहे हैं। उन्होंने बंगाल में ममता की नाराजगी पर कहा कि टीएमसी “इंडिया गठबंधन का स्तंभ” है। उन्होंने कहा, “हम केरल में वामपंथियों से लड़ते हैं लेकिन राष्ट्रीय स्तर पर हम सभी भाजपा के विरोध में हैं। ममता जी का मुख्य लक्ष्य भाजपा को हराना है। हमारा भी यही मिशन है।” 

सीट शेयरिंग पर टीएमसी-कांग्रेस में रार
बता दें कि लोकसभा चुनाव 2024 के लिए सीट शेयरिंग पर कांग्रेस और ममता की पार्टी टीएमसी में सहमति नहीं बन पाई है। भाजपा ने 2019 में बंगाल की 42 सीटों में से 18 पर जीत हासिल की थी।

उधर, ममता ​​बनर्जी कांग्रेस के नियंत्रण वाली दो सीटों सहित सभी 42 सीटों पर चुनाव लड़ना चाहती हैं। वहीं, कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी मुख्यमंत्री बनर्जी के कटु आलोचक हैं और इस बात पर जोर देते हैं कि कांग्रेस को छह से आठ सीटों पर चुनाव लड़ना चाहिए, जिन्हें भारत जोड़ो न्याय यात्रा के दौरान कवर किया जाएगा।

चौधरी के साथ रहते हुए, राहुल गांधी ने न तो बिहार में अचानक आए संकट का जिक्र किया और न ही बंगाल में सीटों के बंटवारे पर गतिरोध का।

राहुल गांधी ने कहा, “बंगाल के लोगों की बौद्धिक क्षमता अद्वितीय है। इससे देश एकजुट हो सकता है। यह आपकी जिम्मेदारी है।”

राजनीतिक जानकारों का मानना है कि राहुल गांधी की ये टिप्पणियां बनर्जी के समक्ष एक अपील हो सकती है, जो इस सप्ताह की शुरुआत में, स्पष्ट रूप से बंगाल की बरहामपुर और मालदा दक्षिण सीटों को छोड़ने के अपने प्रस्ताव से पीछे हट गईं थी, इन पर कांग्रेस क्रमशः 1999 और 2009 से जीत रही है। इनमें से एक सीट बरहामपुर तो चौधरी के पास है।