पीएम सूर्य घर योजना से अंबिकापुर के धीरेंद्र नाथ दुबे बने बिजली उत्पादक…

रायपुर: सूरज की किरणें धरती पर हर दिन असीम ऊर्जा लेकर आती हैं। यही ऊर्जा पौधों में प्रकाश संश्लेषण कर जीवन को बनाए रखने में मदद करतीं हैं। लेकिन अब तकनीकी विकास के कारण सूर्य घर-घर मुफ्त बिजली का स्रोत भी बन रहा है। ये कहानी है अंबिकापुर के प्रतापपुर नाका, शिवधारी कॉलोनी के रहने वाले श्री धीरेंद्र नाथ दुबे की। उन्होंने प्रधानमंत्री सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना के अंतर्गत 5 केवीए का सोलर रूफटॉप सिस्टम लगाकर स्वयं बिजली उत्पादक बनने का मार्ग प्रशस्त किया है।

श्री दुबे ने बताया कि पहले हर महीने उनका बिजली बिल औसतन 1500 से 1600 आता था। लेकिन सोलर रूफटॉप लगने के बाद अब अप्रैल माह में उनका बिजली बिल घटकर मात्र 120 रुपए रह गया है। इतना ही नहीं, उन्हें योजना के अंतर्गत मिलने वाली केंद्र सरकार की 78000 सब्सिडी की राशि सीधे उनके बैंक खाते में प्राप्त हो गई है।

बैंक से मिली त्वरित फाइनेंस की सुविधा
श्री धीरेंद्र दुबे ने बताया कि योजना का लाभ लेने में उन्हें वित्तीय दिक्कत न हो, इसके लिए ग्रामीण बैंक से तुरंत फाइनेंस सुविधा मिल गई। बैंक की मदद से केवल 5 दिनों में पूरा सोलर सिस्टम स्थापित हो गया। उन्होंने कहा कि सब्सिडी मिलने के कारण यह निवेश मात्र दो वर्ष में ही पूरी तरह वसूल हो जाएगा और उसके बाद वे पूरी तरह मुफ्त में बिजली का उपयोग कर सकेंगे। उन्होंने कहा कि आज हम सिर्फ उपभोक्ता नहीं, बल्कि बिजली उत्पादक भी बन सकते हैं। प्राकृतिक संसाधनों का सही उपयोग कर हम अपने बिजली खर्च को कम कर सकते हैं और पर्यावरण संरक्षण में योगदान दे सकते हैं। श्री दुबे ने केंद्र और राज्य सरकार दोनों का आभार जताते हुए लोगों से इस योजना का लाभ उठाने की अपील की।

केंद्र और राज्य सरकार से डबल लाभ

प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी की सरकार इस योजना में सब्सिडी दे रही है, साथ ही साथ छत्तीसगढ़ शासन द्वारा 30,000 रुपए की अतिरिक्त सब्सिडी दी जा रही है। इससे उपभोक्ताओं को और भी अधिक राहत मिल रही है। श्री दुबे का कहना है कि यह योजना आम जनता के लिए बड़ी सहूलियत लेकर आई है।