चुनाव आयोग की ओर से भेजे गए नोटिस का जवाब देने के लिए भाजपा ने और एक हफ्ते का समय मांगा है।
राजस्थान के बांसवाड़ा में चुनावी भाषण में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर विवादास्पद टिप्पणी करने का आरोप लगा। इसे लेकर पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा को EC ने नोटिस भेज दिया।
आयोग ने बीते 25 अप्रैल को यह नोटिस जारी किया था और उनसे 29 अप्रैल को सुबह 11 बजे तक जवाब मांगा गया था।
रिपोर्ट के मुताबिक, बीजेपी सूत्रों ने बताया कि पार्टी की ओर से जवाब तैयार किया जा रहा है, जिसमें यह बताया जाएगा कि पीएम मोदी ने तथ्यों के आधार पर बात की। ऐसा पहली बार है जब किसी प्रधानमंत्री की ओर से आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन पर जवाब देने के लिए कहा गया।
चुनाव आयोग ने नोटिस में कहा था कि उच्च पदों पर बैठे लोगों के प्रचार भाषणों के अधिक गंभीर नतीजे होते हैं। साल 2019 के लोकसभा चुनावों में, आयोग ने विपक्षी दलों की ओर से दर्ज कराई गई शिकायतों पर मोदी को क्लीन चिट दे दी थी।
तत्कालीन चुनाव आयुक्त अशोक लवासा ने प्रधानमंत्री के खिलाफ शिकायतों पर आयोग द्वारा लिए गए कुछ फैसलों पर असहमति नोट दिया था। आयोग ने स्टार प्रचारकों पर लगाम लगाने के पहले कदम के तहत पार्टी अध्यक्षों को जिम्मेदार ठहराने के लिए जनप्रतिनिधि कानून के प्रावधानों का इस्तेमाल किया है।
उसके अनुसार, आयोग का विचार है जहां स्टार प्रचारक अपने भाषणों के लिए खुद जिम्मेदार होंगे, वहीं आयोग पार्टी प्रमुखों से मामला-दर-मामला के आधार पर जवाब तलब करेगा। इसी के साथ आयोग ने पार्टी प्रमुखों पर अतिरिक्त जिम्मेदारी डाली है।
शाह के फर्जी वीडियो को लेकर EC में शिकायत
दूसरी ओर, सोमवार को बीजेपी ने कांग्रेस के खिलाफ निर्वाचन आयोग में शिकायत दर्ज कराई। यह आरोप लगाया कि उसने चुनाव प्रक्रिया को पटरी से उतारने के लिए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का फर्जी वीडियो शेयर किया। केंद्र की सत्तारूढ़ पार्टी ने कांग्रेस के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की भी मांग की।
केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव और पार्टी के राष्ट्रीय मीडिया विभाग के प्रभारी अनिल बलूनी ने टीएमसी के खिलाफ भी शिकायत की।
यह आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के नेतृत्व वाली पार्टी हिंसा को हथियार के रूप में इस्तेमाल कर रही है। भाजपा ने पश्चिम बंगाल में स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव कराने की मांग भी की।
आयोग के अधिकारियों से मुलाकात के बाद वैष्णव ने कहा, ‘कांग्रेस फर्जी वीडियो के जरिए पूरी चुनाव प्रक्रिया को पटरी से उतारना चाहती है। हमने आज इसके खिलाफ निर्वाचन आयोग से शिकायत की। कांग्रेस ने अपने आधिकारिक हैंडल से फर्जी वीडियो पोस्ट कर लोगों के बीच भ्रम पैदा करने की कोशिश की है।’