18 साल में करोड़ों का आसामी हो गया लेखाधिकारी

रायपुर

आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने के मामले में सीबीआई ने भारतीय लेखा परीक्षा और लेखा विभाग, रायपुर के वरिष्ठ लेखा परीक्षा अधिकारी के विरुद्ध मामला दर्ज कर तलाशी जांच शुरू की। 2006 में 4,800 रु. में शासकीय नौकरी की शुरूआत करने वाला यह लेखाधिकारी महज 18 साल में करोड़ो का मालिक है।

मिली जानकारी के अनुसार केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने आय से अधिक संपत्ति (डीए) रखने पर वरिष्ठ लेखा परीक्षा अधिकारी, भारतीय लेखा परीक्षा और लेखा विभाग, प्रधान महालेखाकार (लेखा परीक्षा) कार्यालय, रायपुर (छत्तीसगढ़) के विरुद्ध मामला दर्ज किया। लेखाधिकारी पर आरोप है कि उसने 13 जुलाई 2006 को एसओ (स्ह्र) के पद पर ग्रेड वेतन 4,800 रु. में नौकरी ज्वाइन की थी। नौकरी ज्वाइन करने के बाद से उसने कथित तौर पर प्रति वर्ष कृषि भूमि, आवासीय भूखंड आदि के रूप में लगभग 10 अचल संपत्तियां खरीदी। आरोपी शुरू से ही  भ्रष्ट गतिविधियों में लिप्त था एवं उसने जानबूझकर आपराधिक कदाचार करके स्वयं को गलत तरीके से समृद्ध किया तथा अपनी आय के ज्ञात स्रोतों से अधिक की भारी संपत्ति अर्जित की।

आरोपी ने कथित तौर पर 31अगस्त 2007 से 31 मई 2024 की अवधि के दौरान अपने एवं अपनी पत्नी के नाम पर 3,89,53,980 रुपये (लगभग) की अचल/चल संपत्ति अर्जित/संचित की। यह भी आरोप है कि 31अगस्त 2007 31मई 2024 की जाँच अवधि के दौरान आरोपी की आय से अधिक की संपत्ति 1,47,50,143 रुपये (लगभग) थी रायपुर में आरोपी के आवासीय एवं कार्यालय परिसरों सहित 3 स्थानों पर तलाशी ली जा रही है।