छत्तीसगढ़ के निवासियों के लिए तालाब ना केवल उनके दैनिक उपयोग के निर्वहन के लिए अपितु बहुत से रीति-रिवाजों से संबंधित कार्यों के लिए भी होता है।
प्रायः देखा जाता है कि ग्रामीण आस्थाओं से बहुत करीब से जुड़े हुए यह तालाब गर्मी के दिनों में सुख जाते हैं, जिससे ना केवल उस तालाब के आश्रित ग्रामीणों को निस्तारी की समस्या से जूझना पड़ता है, अपितु उनके रीति रिवाजों से संबंधित कार्य भी प्रभावित होते हैं।
इस समस्या के निदान हेतु क्रेडा द्वारा एनीकटों से तालाब भरने की एक योजना का संचालन किया जा रहा है।
क्रेडा मुख्य कार्यपालन अधिकारी (सीईओ) राजेश सिंह राणा द्वारा इस संबंध में जिला महासमुंद के महासमुंद विकासखंड में स्थित ग्राम मुढ़ेना में एनीकट से तालाब भरने की एक प्रगतिरत् परियोजना का निरीक्षण कर चल रहे कार्यों की जानकारी ली गई।
परियोजना अंतर्गत 10 एच. पी. क्षमता के दो सोलर पंपों की स्थापना मुढे़ना एनीकट के एक स्थल में कर पाईप लाईन के माध्यम से ग्राम के ही एक तालाब में जल पहुंचाने का कार्य प्रगतिरत् है।
राणा द्वारा परियोजना के भविष्य को ध्यान में रखते हुए निर्देशित किया गया कि ऐसे परियोजनाओं के लिए स्थापित सोलर पंपों से ग्राम के अन्य 2-3 तालाबों में भी जल भरने की व्यवस्था की जाए। साथ ही जब एनीकट से तालाब में पानी भरने की आवश्यकता ना हो तो ऐसे समय में सोलर पंप के संचालन हेतु स्थापित सोलर पैनलों से उत्पादित होने वाली बिजली को निकटस्थ ग्रिड में सप्लाई की जाए।
इस उत्पादित बिजली का उपयोग रोजगार एवं जीविकोपार्जन गतिविधियों जैसे – मत्स्य पालन, आटा चक्की, थ्रेशर मशीन संचालन इत्यादि कार्यों की व्यवस्था की जाए।
उन्होंने इस संबंध में आवश्यक कार्यवाही और परियोजना अंतर्गत सभी कार्य गुणवत्तापूर्वक किये जाने के लिए क्रेडा के अधिकारियों को निर्देशित किया।
साथ ही परियोजना के कार्य शीघ्र पूर्ण किया जाना सुनिश्चित करने के निर्देश इकाई के प्रतिनिधियों को दिए।